Here we are providing “From The Diary Of Anne Frank Class 10 Summary” and From The Diary Of Anne Frank Class 10 Theme with their Hindi version for the convenience of the students. And PDFs of all the work is also enclosed so that students can easily take print of the content or share the content to their friends and classmates.
Table of Contents
About the Author
Annelies Marie Frank, popularly known as Anne Frank, was born on 12 June, 1929 in Frankfurt, Germany. She was a German-born Jewish girl who wrote this diary. Her whole family fled due to Nazi persecution of Jews. The family moved to Amsterdam and later went into hiding for two years. During this time, Frank wrote about her experiences and wishes. She was 15 when the family was found and sent to concentration camps, where she died.
एनेलिस मैरी फ्रैंक, जिन्हें ऐनी फ्रैंक के नाम से जाना जाता है, का जन्म 12 जून, 1929 को फ्रैंकफर्ट, जर्मनी में हुआ था। वह जर्मनी में जन्मी एक यहूदी थी जो कि इस डायरी की लेखिका है। यहूदियों पर नाज़ी के उत्पीड़न से भागकर, यह परिवार एम्स्टर्डम चला गया और बाद में दो साल के लिए छिप गया। इस दौरान फ्रैंक ने अपने अनुभवों और इच्छाओं के बारे में लिखा। वह 15 साल की थी जब परिवार को ढूंढ लिया गया और उन्हे बँधी शिविरों में भेज दिया गया, जहां उसकी मृत्यु हो गई।
From The Diary Of Anne Frank Class 10 Summary
From The Diary Of Anne Frank Class 10 Summary:- On 12 June 1929 Anne Frank was born at Frankfurt in Germany. In 1933, being Jewish born, she had to immigrate to Amsterdam to escape oppression and cruelty. But soon it was occupied by Germany and the sufferings continued for the Jews. Their freedom was restricted, tortured and many were put to death.
Fleeing the Nazi persecution of the Jews, Anne’s family went into hiding in July 1942 in hidden rooms in her father Otto Frank’s office building. Later, Margot, Anne’s elder sister and Anne were transported near Hanover in Germany.
On her thirteenth birthday, Anne Frank’s parents gave her a diary. She was very excited and named it ‘Kitty’. She had a completely strange experience for diary. She had found something for herself to pour in her thoughts and share all her secrets.
It was not merely a diary but, indeed a true companion. She started writing her diary and introduced her family members, school atmosphere, academic grades, friends and boys at the school. Within a month, she felt as if the whole life had undergone a sea change. Later on, the readers all over the world know it as ‘The Diary of a Young Girl’.
Anne believed that ‘Paper has more patience than people’. She also thought that a diary would have more persistence to listen and understand her troubles. However, she could entrust more in her close diary than in people. She explained different moments of her life in it. She talked about her love for her grandmother, her teacher’s advice and comments for her. In fact, her grandmother whom she loved so much fell ill and died in 1942.
Anne wrote in her diary about the result day, she was tense and frightened. Her mathematics teacher remained annoyed with her as she talked too much. She was asked to write an essay on ‘A Chatterbox’ as a punishment as she was very talkative.
Anne wrote that she had inherited that quality from her mother. She continued chatting in the class and Mr Keesing again gave her an essay enti- tled-‘Quack, Quack, Quack’. She was helped by her friend Sanne to write an essay on that topic. In her writings, she told a heart-wrenching story about a father duck who had killed his baby ducklings only because of the reason they quacked too much.
Reading this story, her mathematics teacher, Mr Keesing changed his attitude for Anne and stopped punishing her thereafter. Moreover, he himself had started cracking jokes in the class.
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From The Diary Of Anne Frank Class 10 Summary in Hindi
From The Diary Of Anne Frank Class 10 Summary in Hindi:- 12 जून 1929 को ऐनी फ्रैंक का जन्म जर्मनी के फ्रैंकफर्ट में हुआ था। 1933 में, यहूदी मूल की होने के कारण, उत्पीड़न और क्रूरता से बचने के लिए उन्हें एम्स्टर्डम में प्रवास करना पड़ा। लेकिन जल्द ही इस पर जर्मनी का कब्ज़ा हो गया और यहूदियों के लिए कष्ट जारी रहे। उनकी स्वतंत्रता पर प्रतिबंध लगा दिया गया, उन पर अत्याचार किया गया और बहुत को मौत की सजा दी गई।
यहूदियों पर नाज़ी उत्पीड़न से भागकर, ऐनी का परिवार जुलाई 1942 में उसके पिता ओटो फ्रैंक के कार्यालय भवन के छिपे हुए कमरों में छिप गया। बाद में, मार्गोट, ऐनी की बड़ी बहन और ऐनी को जर्मनी में हनोवर के पास ले जाया गया।
उसके तेरहवें जन्मदिन पर, ऐनी फ्रैंक के माता-पिता ने उसे एक डायरी दी। वह बहुत उत्साहित हुईं और उन्होंने इसका नाम ‘किटी’ रख दिया। डायरी के लिए उनका अनुभव बिल्कुल अजीब था। उसे अपने विचारों को व्यक्त करने और अपने सभी रहस्यों को साझा करने के लिए कुछ मिल गया था।
यह महज़ एक डायरी नहीं थी, सचमुच एक सच्ची साथी थी। उसने अपनी डायरी लिखना शुरू किया और अपने परिवार के सदस्यों, स्कूल के माहौल, शैक्षणिक ग्रेड, दोस्तों और स्कूल के लड़कों का परिचय दिया। एक महीने के भीतर ही उसे ऐसा महसूस हुआ मानो पूरी जिंदगी में आमूल-चूल परिवर्तन आ गया हो। बाद में इसे दुनिया भर के पाठक ‘एक युवा लड़की की डायरी’ के नाम से जानते हैं।
ऐनी का मानना था कि ‘कागज़ में लोगों की तुलना में अधिक धैर्य होता है।’ उसने यह भी सोचा कि एक डायरी में उसकी परेशानियों को सुनने और समझने की अधिक दृढ़ता होगी। हालाँकि, वह लोगों की तुलना में अपनी करीबी डायरी पर अधिक भरोसा कर सकती थी। इसमें उन्होंने अपनी जिंदगी के अलग-अलग पलों के बारे में बताया। उसने अपनी दादी के प्रति अपने प्यार, अपने शिक्षक की सलाह और उनके लिए टिप्पणियों के बारे में बात की। दरअसल, उनकी दादी, जिनसे वह बहुत प्यार करती थीं, बीमार पड़ गईं और 1942 में उनकी मृत्यु हो गई।
ऐनी ने अपनी डायरी में परिणाम वाले दिन के बारे में लिखा, वह तनावग्रस्त और भयभीत थी। उसके गणित के शिक्षक उससे नाराज रहते थे क्योंकि वह बहुत ज्यादा बात करती थी। उन्हें सज़ा के तौर पर ‘ए चैटरबॉक्स’ पर निबंध लिखने के लिए कहा गया क्योंकि वह बहुत बातूनी थीं।
ऐनी ने लिखा कि उसे यह गुण अपनी माँ से विरासत में मिला है। उसने कक्षा में बातचीत जारी रखी और मिस्टर कीसिंग ने उसे फिर से एक निबंध दिया जिसका शीर्षक था- ‘क्वैक, क्वैक, क्वैक’। उस विषय पर निबंध लिखने में उसकी दोस्त सन्ने ने उसकी मदद की। अपने लेखन में, उन्होंने एक बत्तख पिता के बारे में दिल दहला देने वाली कहानी सुनाई, जिसने अपने बत्तख के बच्चों को सिर्फ इसलिए मार डाला क्योंकि वे बहुत ज्यादा चिल्लाते थे।
इस कहानी को पढ़कर, उसके गणित शिक्षक, श्री कीसिंग ने ऐनी के प्रति अपना दृष्टिकोण बदल दिया और उसके बाद उसे दंडित करना बंद कर दिया। इसके अलावा, वह खुद भी क्लास में चुटकुले सुनाने लगा था।
From The Diary Of Anne Frank Class 10 Summary PDF
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From The Diary Of Anne Frank Class 10 Theme
“From the Diary of Anne Frank’ was written at the time of the Second World War. It describes the pitiable conditions of the Jews as they were the most affected by this war. Thousands of Jews were forced to leave their houses and flee to other countries. They were supposed to wear a yellow star, distinguishing them from others.
During the war, they were dragged out of their houses and were sent to the concentration camps. Many of the Jews went into hiding to escape the clutches of the Germans. The Frank family was also one of those few who went into hiding in a secret annex. The entries of the sounds of guns, sirens and airplanes continued to create an image of war scene in front of the reader’s eyes. Thus, the main theme of the novel is the horrors of war faced by the Jews at that time.
From The Diary Of Anne Frank Class 10 Theme in Hindi
‘फ्रॉम द डायरी ऑफ ऐनी फ्रैंक’ द्वितीय विश्व युद्ध के समय लिखी गई थी। इसमें यहूदियों की दयनीय स्थिति का वर्णन किया गया है क्योंकि वे इस युद्ध से सबसे अधिक प्रभावित हुए थे। हजारों यहूदियों को अपना घर छोड़कर दूसरे स्थानों पर भागने के लिए मजबूर होना पड़ा था। देशों में उन्हें एक पीला सितारा पहनना था, जो उन्हें दूसरों से अलग करता था।
युद्ध के दौरान, उन्हें उनके घरों से बाहर खींच लिया गया और जर्मनों के चंगुल से बचने के लिए उन्हें एकाग्रता शिविरों में भेज दिया गया। फ्रैंक परिवार भी उन कुछ लोगों में से एक था जो एक गुप्त एनेक्स में छिप गया था। बंदूकों, सायरन और हवाई जहाजों की आवाज़ों की प्रविष्टियाँ पाठक की आँखों के सामने युद्ध के दृश्य की छवि बनाती रहीं यह उपन्यास उस समय यहूदियों द्वारा झेले गए युद्ध की भयावहता को दर्शाता है।